शुक्रवार, 9 जुलाई 2010
कालजयी साहित्यकार मुक्तिबोध की पत्नी का निधन
रायपुर।
प्रसिद्ध साहित्यकार स्वर्गीय गजानन माधव मुक्तिबोध की पत्नी श्रीमती शांता मुक्तिबोध का निधन गुरुवार रात हो गया। उनकी उम्र 88 वर्ष थी। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रही थीं। शुक्रवार सुबह 11 बजे उनका अंतिम संस्कार रायपुर के देवेंद्र नगर श्मशानघाट में किया गया। वे रमेश, दिवाकर, गिरीश व दिलीप मुक्तिबोध की माता थीं। उन्हें मुखाग्नि उनके कनिष्ठ पुत्र गिरीश मुक्तिबोध ने दी।कालजयी साहित्यकार गजानन माधव मुक्तिबोध की जीवन संगिनी के तौर पर संघर्ष के दिनों उनका साए की तरह हर घड़ी उन्होंने साथ निभाया। इस बात का जिक्र व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई, नेमीचंद्र जैन, अशोक वाजपेयी जैसे दिग्गज साहित्यकारों ने अपने संस्मरणों में प्रमुखता से किया है। पति के निधन के बाद बच्चों को पढ़ाने-लिखाने के साथ उनको मुकाम दिलाने में अहम भूमिका निभाई। वे मुक्तिबोध की स्मृति में होने वाले केवल चुने हुए कार्यक्रमों में ही हिस्सा ले पाती थीं।
प्रो.संजय द्विवेदी,
पत्रकार एवं लेखक
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श्रीमती मुक्तिबोध को विनम्र श्रद्धांजलि।
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि
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