गुजराती पत्रकारिता विशेषांक का
विमोचन
रायपुर। भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ प्रदेश के
कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अपने निवास पर जनसंचार के सरोकारों पर केन्द्रित
पत्रिका “मीडिया विमर्श” के गुजराती पत्रकारिता विशेषांक का विमोचन किया। इस
अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर, पत्रिका के प्रबंध
सम्पादक प्रभात मिश्र, संपादक मंडल की सदस्य डॉ सुभद्रा
राठौर,वरिष्ठ पत्रकार अनिल द्विवेदी सहित युवा पत्रकार हेमंत
पाणिग्राही, बिकास कुमार
शर्मा, मनीष शर्मा एवं रोहित साहू उपस्थित थे।
इस अवसर पर
बृजमोहन अग्रवाल उपस्थित जनों को नववर्ष की बधाई देते हुए कहा कि मीडिया विमर्श
पत्रिका लगातार मीडिया के विभिन्न विषयों पर सामग्री उपलब्ध करा रही है जो मीडिया
से जुड़े लोगों एवं मीडिया छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है। भारत में हिंदी भाषा के
साथ साथ समस्त क्षेत्रीय भाषाओँ एवं स्थानीय बोलियों का अपना अलग महत्त्व है,हमें
सभी भाषाओं समृद्ध करने की दिशा में कार्य करना चाहिये।मीडिया विमर्श का प्रयास इस
दिशा में सराहनीय है। उन्होंने कहा कि उर्दू पत्रकारिता के बाद पत्रिका ने गुजराती
पत्रकारिता का विशेषांक प्रकाशित है। इससे देश में भाषाई सद् भाव पैदा होगा और
भारतीय भाषाओं में अंतरसंवाद भी होगा। उन्होंने कहा कि सभी भारतीय भाषाएं
मातृभाषाएं भी हैं इसलिए इनके लिए आपसी संवाद के क्षेत्र तलाशे जाने चाहिए।
पत्रिका के
प्रबंध सम्पादक प्रभात मिश्र ने इस विशेषांक के संबंध में जानकारी देते हुए बताया
कि हिंदी पत्राकारिता के साथ-साथ अन्य क्षेत्रीय भाषायी पत्रकारिता पर भी मीडिया
विमर्श सामग्री उपलब्ध करा रही है। पत्रिका अपने प्रकाशन का एक दशक जल्द ही पूरा
करने जा रही है। पत्रकार श्री रमेश नैयर ने कहा कि पत्रिका सही मायने में
मीडियाकर्मियों के आत्मचिंतन और आत्ममंथन का मंच बन गयी है, इसका हर अंक संग्रहणीय
और पठनीय है,साथ ही विमर्श के नए द्वार खोलता है।
क्या है गुजराती पत्रकारिता अंक मेः
मीडिया विमर्श के गुजराती पत्रकारिता पर आए विशेषांक
में समूची गुजराती पत्रकारिता पर पठनीय और संग्रहणीय सामग्री है। गुजराती
पत्रकारिता के दिग्गज पत्रकारों के अलावा अन्य मीडिया विशेषज्ञों ने गुजराती
पत्रकारिता पर अपनी कलम चलाई है। गुजराती पत्र-पत्रिकाओं, अखबारों, टेलीविजन चैनल्स, वेब मीडिया के साथ ही गुजराती
फिल्मों के संबंध में भी मीडिया विमर्श का यह अंक महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराता
है। इसमें शशिकांत वसानी, पिंकी दलाल, भगवती
कुमार शर्मा, मनीष मेहता, किरीट
गणात्रा, कौशिक मेहता, काना बाटवा,
डा.महेश परिमल और आशीष जोशी के साक्षात्कार प्रकाशित किए गए हैं।
खण्ड ‘नया दौर, नई चुनौतियां’ के अंतर्गत शैलेष रावल, पिंकी
दलाल, कुलवंत हैप्पी, जयेश चितलिया,
अर्चना गुसाणी, तुषार त्रिवेदी, विक्रम वकील, जयेश ठकरार और डॉ. यासीन दलाल के लेख
प्रकाशित हैं। स्वर्णिम अध्याय खण्ड में कमल शर्मा, कौशिक
मेहता, डॉ. किषोर दवे और बादल पंड्या के लेख शामिल हैं। अजय
नायक, हिमांशु किकाणी और कल्याणी देशमुख ने गुजरात की वेब
पत्रकारिता को रेखांकित किया है।
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