गुरुवार, 16 सितंबर 2010

मीडिया विमर्श के हिंदी पर केंद्रित अंक का विमोचन


‘विश्वभाषा बनेगी हिंदी’ पर हुआ विमर्श
रायपुर,14 सितंबर। मीडिया विमर्श के हिंदी पर केंद्रित अंक का विमोचन छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने किया। बीज भवन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं सांसद नंदकुमार साय, राज्यसभा के सदस्य श्रीगोपाल व्यास, छत्तीसगढ़ ग्रंथ अकादमी के संचालक एवं दैनिक भास्कर के पूर्व संपादक रमेश नैयर, छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष डा. विशाल चंद्राकर विशेष रुप से मौजूद थे।
आयोजन में ‘विश्वभाषा बनेगी हिंदी’ पर विषय पर वक्ताओं ने महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए।
अपने संबोधन में कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने कहा कि हिंदी विश्वभाषा के रूप में प्रतिष्ठित हो रही है, किंतु हमें अपने प्रयासों में तेजी लाने की जरूरत है। हमें गुलामी की मानसिकता छोड़कर तेजी से कदम बढ़ाने होंगें। उन्होंने मीडिया विमर्श के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वह पत्रकारों बंधुओं का एक स्वतंत्र और निष्पक्ष मंच बन गयी है। जिसके अंकों ने विविध संदर्भों पर सार्थक बहस का सूत्रपात किया है। सांसद नंदकुमार साय ने हिंदी की वैज्ञानिकता का जिक्र करते हुए कहा कि उसके विश्वभाषा बनने में शक नहीं है। राजकाज की भाषा में हिंदी का दखल बढ़ना चाहिए। चीन, जापान को हमें उदाहरण के रूप में लेना चाहिए जिन्होंने स्वभाषा में ही प्रगति की। सांसद श्रीगोपाल व्यास ने कहा कि हिंदी के लिए मैं ताजिंदगी काम करता रहूंगा, एक सांसद के नाते मैं इस दिशा में निरंतर सक्रिय हूं। वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर ने कहा कि हिंदी भारतीय संस्कृति एवं हमारे सरोकारों की भाषा है। वैश्विक भाषाई सर्वेक्षण में हिंदी दूसरे क्रम पर है, सो वह विश्वभाषा तो बन चुकी है। हमें इसे लेकर किसी हीनताबोध का शिकार नहीं होना चाहिए।
स्वागत भाषण कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर में जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डा. शाहिद अली ने किया। कार्यक्रम का संचालन पत्रिका के संपादक मंडल के सदस्य प्रभात मिश्र ने एवं आभार प्रदर्शन डा. दिनेश शर्मा ने किया। इस अवसर पर गुरू घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की रीडर डा. गोपा बागची, हेमंत पाणिग्राही, नवीन ओझा, सुभाष शर्मा, हरिभाई बाहेती, बीज निगम के प्रबंध संचालक एएन मिश्रा, डा. विनीता पाण्डेय, प्रशांत नीरज ठाकर, अनुराग जैन, एस. चावला मौजूद रहे।
इस अंक में क्या है खासः मीडिया विमर्श के सितंबर,2010 के इस अंक में सर्वश्री असगर वजाहत, रमेश नैयर, अष्टभुजा शुक्ल प्रकाश दुबे, बसंत कुमार तिवारी प्रो. कमल दीक्षित, प्रभु जोशी, डा. सुभद्रा राठौर,अरूंधती राय, कनक तिवारी, संजय द्विवेदी, साजिद रशीद आदि महत्वपूर्ण लेखकों के लेख प्रकाशित किए गए हैं। पत्रिका प्राप्ति का संपर्क है- संपादकः मीडिया विमर्श, 328, रोहित नगर, फेज-1, ई-8 एक्सटेंशन, भोपाल- 39 (मप्र)

1 टिप्पणी:

  1. मीडिया विमर्श के हिंदी पर केंद्रित अंक के विमोचन पर बधाई , हिंदी की दुर्दशा पर पर तो बहुतेरे बुध्दिजीवी आंसू बहाते हैं लेकिन आप जो भागीरथ प्रयास कर रहे है इसका लाभ आने वाले समय में सभी को मिलेगा मिडिया विमर्श के इस अंक की मुझे बड़ी प्रतीक्षा है -ममता

    जवाब देंहटाएं